हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति की सफलता के बाद से लेकर अब तक मराज-ए तक़लीब के चुनाव से संबंधित बयानात, नजरयात और सवाल व जवाब को " मरजेईयत और चुनाव " शीर्षक को विभिन्न संख्याओं में बयान किया जाएगा। यहां इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता द्वारा चुनाव में उनकी भागीदारी के बारे में पूछे गए प्रश्न का एक प्रतिलेख है।
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता:
प्रश्न: क्या इस्लामी गणतंत्र ईरान के चुनावों में शिरकत वाजिब और शिरकत ना करना हराम है?
उत्तर: इस्लामी गणतंत्र ईरान की व्यवस्था में शिरकत आवश्यक परिस्थितियों वाले व्यक्तियों के लिए एक शरई, इस्लामी और इलाही जिम्मेदारी है।
प्रश्न: इस्लामी गणतंत्र ईरान के चुनावों में शिरकत वाजिबे ऐेनी है या किफाई है?
उत्तर: वाजिबे ऐेनी है।